IIM भारत के सबसे प्रतिष्ठित प्रबंधन शिक्षण संस्थानों में से हैं। इन संस्थानों में प्रवेश पाना अत्यंत कठिन होता है, और यहां पढ़ाई करना भी उतना ही चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन, जो लोग इस चुनौती को स्वीकार करते हैं, उन्हें इसके अनेक फायदे मिलते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आईआईएम में पढ़ने के कुछ प्रमुख फायदों पर चर्चा करेंगे। और साथ ही जानेंगे की आईआईएम में पढ़ने के लिए योग्यता क्या चाहिए होती है ?
अगर आप भी आईआईएम जाने का सपना देख रहे है और आपके पास सम्पूर्ण जानकारी नहीं है तो यह लेख काफी मदद देगा इस विषय में जानने के लिए तो सम्पूर्ण जानकारी के लिए इस आर्टिकल के अंत तक बने रहना आवश्यक है और हमे विश्वास है की आप धैर्य के साथ इस लेख के अंत तक बने रहेंगे।
IIM Full Form
IIM का पूरा नाम Indian Institutes of Management है और इसे हिंदी में भारतीय प्रबंधन संस्थान के नाम से भी जानते है। ये संस्थान भारत में उच्चतम स्तर की प्रबंधन शिक्षा प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। आईआईएम को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्राप्त है और ये व्यवसाय प्रबंधन और प्रशासन के क्षेत्र में सम्पादकीय माने जाते हैं।
Indian Institutes of Management भारत के शीर्ष प्रबंधन शिक्षा संस्थानों में से एक हैं। ये संस्थान देश के व्यापार जगत के लिए कुशल नेतृत्वकर्ता तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आईआईएम में दाखिला लेना हर महत्वाकांक्षी बिजनेस छात्र का सपना होता है, लेकिन वहां की कठिन प्रवेश परीक्षाओं और चुनौतीपूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रमों को पार पाना आसान नहीं होता।
आईआईएम का इतिहास
आईआईएम का इतिहास भारत में प्रबंधन शिक्षा के विकास की कहानी कहता है। यह कहानी 1961 से शुरू होती है, जब भारत में उद्योग और व्यापार में कुशल प्रबंधकों की बढ़ती जरूरत को देखते हुए इन संस्थानों की स्थापना की गई। 1961 में, भारतीय प्रबंधन संस्थानों की स्थापना के लिए एक व्यापक योजना बनाई गई। इसका उद्देश्य भारत में विश्व-स्तरीय प्रबंधन शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। इस योजना के तहत सबसे पहले दो आईआईएम की स्थापना की गई:-
- IIM Calcutta
- IIM Ahmedabad
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अन्य आईआईएम और उनकी स्थापना
IIMs Name | Year |
IIM Bangalore | 1973 |
IIM Lucknow | 1984 |
IIM Kozhikode | 1996 |
IIM Indore | 1996 |
IIM Shillong | 2007 |
IIM Rohtak | 2010 |
IIM Raipur | 2010 |
IIM Tiruchirappalli | 2011 |
IIM Udaipur | 2011 |
IIM Kashipur | 2011 |
IIM Nagpur | 2015 |
IIM Amritsar | 2015 |
IIM Bodh Gaya | 2015 |
IIM Visakhapatnam | 2015 |
IIM Sambalpur | 2015 |
IIM Sirmaur | 2015 |
IIM Jammu | 2016 |
आईआईएम का महत्व
आईआईएम भारत में प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में उच्च संस्थान हैं। इन संस्थानों ने देश के व्यापार जगत को कुशल नेतृत्वकर्ता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और आज वे भारत और विदेश में उच्च शिक्षा के सबसे प्रतिष्ठित केंद्रों में से कुछ हैं। यहां आईआईएम के महत्व के कुछ प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की है जो कुछ इस प्रकार है –
- उत्कृष्ट शिक्षा और प्रशिक्षण:आईआईएम अपने उच्च शिक्षण मानकों और कठोर पाठ्यक्रमों के लिए जाने जाते हैं। इन संस्थानों में अनुभवी और कुशल शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाता है, जो छात्रों को व्यवसाय की दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करते हैं।
- बेहतरीन प्लेसमेंट:आईआईएम से स्नातक होने वाले छात्रों को आमतौर पर अच्छी नौकरी मिल जाती है। कई शीर्ष कंपनियां आईआईएम कैंपस में प्लेसमेंट के लिए आती हैं, और छात्रों को अपनी पसंद की कंपनी में उच्च पैकेज वाली नौकरी मिलने की संभावना रहती है।
- नेटवर्किंग के अवसर:आईआईएम में आपको देश के सबसे प्रतिभाशाली और महत्वाकांक्षी छात्रों के साथ पढ़ने का अवसर मिलेगा। आप इन छात्रों के साथ lifelong network बना सकते हैं, जो आपके करियर में आगे बढ़ने में आपकी मदद कर सकते हैं।
- उद्यमिता कौशल:आईआईएम में आपको न केवल व्यवसाय प्रबंधन के सिद्धांतों की शिक्षा दी जाती है, बल्कि आपको उद्यमिता कौशल भी विकसित करने में मदद की जाती है। यदि आप अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आईआईएम आपके लिए एक बेहतरीन जगह है।
- वैश्विक दृष्टिकोण:आईआईएम में आपको वैश्विक व्यापार की बारीकियों के बारे में भी शिक्षा दी जाती है। आप विभिन्न संस्कृतियों और बाजारों के बारे में जानेंगे, जो आपको एक वैश्विक व्यवसायी बनने में मदद करेगा।
- भारत के विकास में योगदान: आईआईएम भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन संस्थानों से स्नातक होने वाले छात्र देश के विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाते हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान करते हैं।
- प्रबंधन शिक्षा के मानकों को बढ़ाना: आईआईएम भारत में प्रबंधन शिक्षा के मानकों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में कार्य करते हैं और देश में प्रबंधन शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करते हैं।
आईआईएम में पढ़ने के लिए क्या होनी चाहिए योग्यता
आईआईएम में पढ़ने के लिए कुछ निम्नलिखित आवश्यक योग्यताएं कुछ इस प्रकार है –
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शैक्षणिक योग्यता:
- आईआईएम में प्रवेश के लिए सबसे पहले उम्मीदवार का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक होना आवश्यक है।
- कुछ आईआईएम स्नातकोत्तर डिग्री या पेशेवर डिग्री (जैसे CA, ICWA, CS) वाले उम्मीदवारों को भी स्वीकार करते हैं।
- कुछ आईआईएम में इंटीग्रेटेड प्रोग्राम (IP) भी होते हैं, जिनके लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
प्रवेश परीक्षा:
- आईआईएम में प्रवेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण योग्यता कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) में अच्छा स्कोर करना है। CAT एक राष्ट्रीय स्तरीय प्रवेश परीक्षा है जिसे भारतीय प्रबंधन संस्थान परिषद (IIMCI) द्वारा आयोजित किया जाता है।
- CAT में तीन खंड होते हैं: मौखिक क्षमता और पढ़ने की समझ (Verbal Ability and Reading Comprehension – VARC), डेटा व्याख्या और तार्किक तर्क (Data Interpretation and Logical Reasoning – DILR), और मात्रात्मक क्षमता (Quantitative Ability – QA)।
- आईआईएम में प्रवेश के लिए CAT में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाई जाती है।
आईआईएम में एडमिशन कैसे प्राप्त करें?
जिन उम्मीदवारों को चयन मानकों को ध्यान में रखते हुए चुना जाता है उन्हें आईआईएम प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना होगा जो तीन चरणों में विभाजित है। जो लोग आईआईएम के लिए पात्र हैं, वे नीचे आईआईएम प्रवेश के प्रत्येक चरण की जाँच कर सकते हैं।
Stage 1: कैट परीक्षा के स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग
आईआईएम द्वारा आयोजित कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट या कैट परीक्षा के लिए पहला चरण है। कैट स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों को डब्ल्यूएटी/जीडी-पीआई राउंड के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। जो उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट कट ऑफ और आईआईएम प्रवेश मानक को पूरा करते हैं, उन्हें अपना नाम और कैट स्कोर जमा करने के लिए अपनी कैट आईडी के माध्यम से लॉग इन करना होगा।
Stage 2: डब्ल्यूएटी/जीडी-पीआई के लिए उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग
दूसरे चरण में, उम्मीदवारों को उनके कैट स्कोर और डब्ल्यूएटी/जीडी/पीआई के अकादमिक रिकॉर्ड के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। सभी राउंड में शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा जो ऑनलाइन आयोजित की जा सकती है।
Stage 3: समग्र स्कोर और अंतिम चयन की गणना
तीसरे चरण में, प्रत्येक उम्मीदवार के समग्र स्कोर की गणना उसके चयन को अंतिम रूप देने के लिए विभिन्न मापदंडों के आधार पर की जाती है। आईआईएम प्रवेश की अंतिम चयन प्रक्रिया में कुछ मापदंडों पर एक उम्मीदवार का आकलन करना और उसके समग्र स्कोर की गणना करना शामिल है। नीचे आठ मुख्य मापदंडों और उनकी परिभाषाओं की सूची दी गई है।
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निष्कर्ष
आशा करते है की यह लेख IIM में पढ़ने के लिए क्या होनी चाहिए योग्यता ?आईआईएम में पढ़ने के है कितने फायदे || इससे जुड़ी जानकारी भरी पोस्ट से संतुष्ट होंगे। अगर आपको आईआईएम की तरह और भी विषयो पर जानकारी चाहिए तो हमे कमेंट में जरूर बताये और हमारे साथ जुड़े रहे। धन्यवाद् ||