नमस्कार दोस्तों, क्या आप भी शिक्षा में, पढ़ाने में अपनी रूचि रखते है और आप भी Teaching में अपना करियर बनाना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। आज के इस लेख में हम जानेंगे PGT (Post Graduate Teacher) के बारे में – PGT क्या है ,पीजीटी Eligibility,योग्यता ,पीजीटी कोर्सेज के फायदे आदि। PGT से जुड़े सभी सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल के अंत तक में मिल जायेंगे। चलिए तो बिना देरी किये सबसे पहले जानते है की PGT Kya Hota Hai ?–
PGT Kya Hota Hai ?
Post Graduate Teacher (PGT) एक शिक्षा क्षेत्र में एक पद है जिसे अक्सर विभिन्न स्कूल और कॉलेजों में प्रदान किया जाता है। PGT एक उच्चतर माध्यमिक और उच्च शिक्षा कक्षाओं में शिक्षा देने के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस पद का ध्यानपूर्वक चयन करने के लिए आमतौर पर व्यक्ति को एक विशेष क्षेत्र में मास्टर्स डिग्री (पोस्ट ग्रेजुएट) की आवश्यकता होती है।
PGT विभिन्न विषयों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करने का कार्य करते हैं। इनमें सामाजिक विज्ञान, गणित, विज्ञान, भूगोल, इतिहास, अंग्रेजी, हिंदी, सांस्कृत, कंप्यूटर विज्ञान, फिजिक्स, रसायन शास्त्र, बायोलॉजी, आदि शामिल हो सकते हैं।
PGT की कार्येत्रा उच्चतम प्राथमिकताओं में विद्यार्थियों को विकसित करने, उन्हें विशेषज्ञता क्षेत्र में मास्टरी प्राप्त करने और उच्च शिक्षा के लिए तैयार करने में मदद करना है। उन्हें विषय के गहरे ज्ञान के साथ शिक्षा देने की क्षमता होनी चाहिए ताकि वे अपने छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकें।
PGT Full Form in Hindi
PGT का पूरा नाम “पोस्ट ग्रेजुएट टीचर” (Post Graduate Teacher) है। हिंदी में इसे “स्नातकोत्तर शिक्षक” भी कहा जाता है। यह एक ऐसे शिक्षक होते है जो 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को शिक्षा प्रदान करते है। पीजीटी बनने के लिए उम्मीदवार के पास संबंधित विषय में स्नातकोत्तर (Post Graduation) डिग्री होना आवश्यक है, साथ ही बी.एड. (Bachelor of Education) की डिग्री भी होनी चाहिए।
पीजीटी शिक्षक (PGT Teacher) की भर्ती केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के माध्यम से की जाती है। इस परीक्षा में उम्मीदवारों का चयन उनके विषय संबंधी ज्ञान, शिक्षण क्षमता और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जाता है। पीजीटी शिक्षक न केवल संबंधित विषय को गहराई से पढ़ाते हैं, बल्कि छात्रों को उच्च शिक्षा और करियर के मार्गदर्शन में भी सहायता करते हैं। इनकी भूमिका छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना होती है। पीजीटी शिक्षक का वेतनमान भी अन्य शिक्षकों की तुलना में बेहतर होता है और उन्हें सरकारी नौकरी की सभी सुविधाएं प्राप्त होती हैं।
PGT Eligibility / पीजीटी पात्रता
Post Graduate Teacher (पीजीटी) पद के लिए पात्रता मानदंड शैक्षणिक संस्थान या भर्ती बोर्ड के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकता है। हालाँकि, आम तौर पर, निम्नलिखित मानदंडों पर आमतौर पर विचार किया जाता है:
शैक्षणिक योग्यता:
- उम्मीदवार के पास संबंधित विषय में कम से कम 50% अंकों के साथ मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
- बिस्तर। (बैचलर ऑफ एजुकेशन) या समकक्ष डिग्री की अक्सर आवश्यकता होती है।
- वे जिस विषय को पढ़ाने का इरादा रखते हैं उसमें विशेषज्ञता या विशेषज्ञता।
आयु सीमा:
- पीजीटी पदों के लिए आमतौर पर एक आयु सीमा होती है, और यह भर्ती नियमों के अनुसार भिन्न हो सकती है। आमतौर पर, ऊपरी आयु सीमा लगभग 40-45 वर्ष है।
शिक्षण अनुभव:
- कुछ संस्थान माध्यमिक या उच्चतर माध्यमिक स्तर पर पूर्व शिक्षण अनुभव वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे सकते हैं।
योग्यता परीक्षाएँ:
- उम्मीदवारों को भर्ती निकाय या शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित विशिष्ट योग्यता परीक्षाओं या परीक्षणों को पास करने की आवश्यकता हो सकती है।
राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट):
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा शिक्षकों के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) या संबंधित राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना अक्सर एक आवश्यकता होती है।
भाषा प्रवीणता:
- शिक्षा की भाषा (आमतौर पर अंग्रेजी या क्षेत्रीय भाषा) में प्रवीणता आवश्यक हो सकती है।
अन्य आवश्यकताएं:
- साक्षात्कार या लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करना चयन प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है।
- अच्छा संचार और पारस्परिक कौशल
PGT Courses / पीजीटी कोर्सेज
पीजीटी कोर्सेज उन उम्मीदवारों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जो 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं। ये कोर्स उम्मीदवारों को अपने विषय के क्षेत्र में मजबूत ज्ञान और कौशल प्रदान करते हैं। पीजीटी कोर्सेज आमतौर पर 2 साल के होते हैं और इनमें नियमित कक्षाएं, व्यावहारिक कार्य और शोध शामिल होते हैं।
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PGT courses के लिए पात्रता मानदंड राज्य से राज्य में भिन्न होते हैं। हालांकि, आमतौर पर, उम्मीदवारों को एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री और बीएड की डिग्री होनी चाहिए। PGT courses पूरा करने के बाद, उम्मीदवारों को सरकारी और निजी दोनों स्कूलों में नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। पीजीटी शिक्षकों को आमतौर पर अच्छा लाभ मिलता है।
पीजीटी कोर्सेज के कुछ लाभों में शामिल हैं:
- शिक्षक बनने का अवसर
- मजबूत ज्ञान और कौशल का विकास
- अच्छी मजदूरी और लाभ
- सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित पेशा
PGT Salary
पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) शिक्षकों की एक श्रेणी है जो 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हैं। भारत में, पीजीटी शिक्षकों की सैलरी राज्य सरकारों और निजी स्कूलों द्वारा निर्धारित की जाती है।
सरकारी स्कूलों में पीजीटी वेतन कुछ इस प्रकार है –
सरकारी स्कूलों में, पीजीटी शिक्षकों को 7वें वेतन आयोग के अनुसार वेतन दिया जाता है। 7वें वेतन आयोग के अनुसार, पीजीटी शिक्षकों का मूल वेतन 47,600 रुपये से 1,51,100 रुपये प्रति माह तक होता है। इसके अलावा, उन्हें महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता, यात्रा भत्ता आदि जैसे कई भत्ते भी मिलते हैं।
निजी स्कूलों में पीजीटी वेतन कुछ इस प्रकार है –
निजी स्कूलों में, पीजीटी शिक्षकों का वेतन अलग-अलग होता है। यह स्कूल के बजट, शिक्षक के अनुभव और कौशल पर निर्भर करता है। आमतौर पर, निजी स्कूलों में पीजीटी शिक्षकों का वेतन सरकारी स्कूलों से अधिक होता है।
पीजीटी वेतन में वृद्धिकुछ इस तरह की जाती है –
भारत सरकार ने हाल ही में 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी दी है। इन सिफारिशों के अनुसार, पीजीटी शिक्षकों का वेतन 10 से 25% तक बढ़ने की संभावना है।
PGT Teacher Means In Hindi
PGT का मतलब Post Graduate Teacher होता है। यह एक शैक्षणिक पद है जो भारत में स्कूलों में पाया जाता है। PGT शिक्षक को उच्च माध्यमिक स्तर (कक्षा 11 और 12) पर विषय विशेषज्ञ के रूप में पढ़ाने के लिए नियुक्त किया जाता है। PGT शिक्षक को स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करनी होती है, जिसके बाद उन्हें शिक्षण के लिए योग्य माना जाता है। वे अपने विशेषज्ञता के क्षेत्र में छात्रों को गहराई से समझाने और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। PGT शिक्षकों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार करना और उन्हें उनके भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करना होता है।
पीजीटी के लाभ
पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) के एक सरकारी स्कूल में कार्य करने के कई लाभ हो सकते हैं:
- पीजीटी के रूप में काम करने से आप समाज में शिक्षा के क्षेत्र में योगदान करते हैं, जिससे बच्चों को शिक्षित बनाने में सहारा मिलता है।
- सरकारी स्कूलों में पीजीटी की नौकरी स्थायी हो सकती है, जिससे स्थितिगत आय और नौकरी की सुरक्षा होती है।
- सरकारी नौकरी में काम करने पर अनेक सुविधाएं और लाभ हो सकते हैं, जैसे कि अच्छे वेतन, आर्थिक सुरक्षा, पेंशन योजना, और अन्य उपलब्धियां।
- आप स्कूल के छात्रों को अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्र में बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जिससे उनका शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास हो।
- एक पीजीटी के रूप में काम करने से आप समर्पित और सेवाभावना भावना विकसित कर सकते हैं, क्योंकि आप शिक्षा के माध्यम से समाज को सेवा कर रहे हैं।
- आप अपनी शिक्षा और अनुभव के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन का हिस्सा बन सकते हैं, जिससे समृद्धि और सामाजिक समरसता में सहारा मिल सकता है।
PGT Teacher Kaise Bane ?
सरकारी स्कूल में पीजीटी (Post Graduate Teacher) बनने के लिए आपको निम्नलिखित नियमों का पालन करना होगा:
- पीजीटी बनने के लिए आपको कम से कम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. ऐसे समय में आपको उस क्षेत्र में स्नातक करना होगा जिसमें आप पीजीटी बनना चाहते हैं, जैसे कि हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, आदि.
- सरकारी स्कूलों में पीजीटी के पदों के लिए आपको राज्य स्तर पर होने वाली परीक्षाओं की तैयारी करनी होगी, जैसे कि राज्य शिक्षा सेवा परीक्षा या अन्य समर्थन की परीक्षाएं।
- परीक्षा के लिए आवेदन करें और समय पर आवश्यक दस्तावेज़ साझा करें।
- सफलता पूर्वक परीक्षा दें और अगर आप चयनित होते हैं, तो आगे की प्रक्रिया के लिए तैयारी करें।
- अनुभव के आधार पर साक्षात्कार दें और फिर चयन होने पर आवश्यक प्रक्रिया पूरी करें।
- चयन होने पर स्कूल की नियुक्ति पत्र स्वीकार करें और स्कूल में पीजीटी के रूप में कार्य करना शुरू करें।
Note:- सरकारी स्कूल में नौकरी प्राप्त करने के लिए स्नातक की अच्छी ग्रेड, परीक्षा में उत्तीर्णता, अच्छे संबंध और साक्षात्कार की तैयारी महत्वपूर्ण हैं।
टीचर के लिए कौन सी डिग्री बेस्ट है ?
टीचर के लिए बेस्ट डिग्री वह है जो आपकी रुचियों और लक्ष्यों के अनुरूप हो। यदि आप प्राइमरी स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं, तो आप 2 साल का डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (D.El.Ed) कर सकते हैं। यदि आप सेकेंडरी स्कूल या कॉलेज में पढ़ाना चाहते हैं, तो आप 4 साल का बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कर सकते हैं।
D.El.Ed एक प्राइमरी स्कूल टीचर बनने के लिए आवश्यक डिग्री है। यह डिग्री आपको बच्चों को पढ़ाने के लिए आवश्यक सभी कौशल और ज्ञान प्रदान करती है। इसमें बाल विकास, शिक्षाशास्त्र, पाठ योजना बनाना, और कक्षा प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं।
बीएड एक सेकेंडरी स्कूल या कॉलेज टीचर बनने के लिए आवश्यक डिग्री है। यह डिग्री आपको किसी भी विषय को पढ़ाने के लिए आवश्यक सभी कौशल और ज्ञान प्रदान करती है। इसमें बाल विकास, शिक्षाशास्त्र, पाठ योजना बनाना, और कक्षा प्रबंधन के अलावा, विषय-विशिष्ट ज्ञान भी शामिल है।
यदि आप किसी विशेष विषय में पढ़ाना चाहते हैं, तो आप उस विषय में ग्रेजुएशन के बाद बीएड कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप विज्ञान विषय पढ़ाना चाहते हैं, तो आप ग्रेजुएशन के बाद बीएससी बीएड कर सकते हैं।
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PGT Exam Kya Hota Hai
पीजीटी (Post Graduate Teacher) परीक्षा एक प्रतियोगी परीक्षा है जो विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में स्नातकोत्तर शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है। इस परीक्षा का आयोजन आमतौर पर राज्य सरकारों के अधीन शिक्षा बोर्ड या चयन आयोग द्वारा किया जाता है। पीजीटी शिक्षक वे होते हैं जो 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हैं, इसलिए इस पद के लिए उच्च शैक्षिक योग्यता और विषय में विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
पीजीटी परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार के पास संबंधित विषय में स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) डिग्री और बी.एड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) का प्रमाणपत्र होना आवश्यक है। परीक्षा में सामान्यतः विषय विशेष से जुड़े प्रश्न, शैक्षिक योग्यता से संबंधित प्रश्न, और शिक्षण विधियों के प्रश्न शामिल होते हैं। इसके अलावा, कई राज्यों में शिक्षकों के लिए राज्यस्तरीय पात्रता परीक्षा (TET) भी उत्तीर्ण करनी पड़ती है।
Kya Msc Ke Baad PGT Kar Sakte Hain?
पीजीटी (Post Graduate Teacher) बनने के लिए अधिकतर संस्थानों में एमएससी डिग्री को एक अनिवार्य योग्यता माना जाता है। एमएससी के बाद पीजीटी करना एक बेहतरीन विकल्प है अगर आप शिक्षण क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
PGT Teacher Konsi Class Ko Padhate Hai?
पीजीटी शिक्षक वे शिक्षक होते हैं जिन्होंने अपनी स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) की डिग्री किसी विशेष विषय में पूरी की होती है। वे मुख्य रूप से उच्च माध्यमिक स्तर (कक्षा 11वीं और 12वीं) के छात्रों को पढ़ाते हैं। PGT शिक्षक अपने विषय के विशेषज्ञ होते हैं और छात्रों को गहन समझ प्रदान करते हैं। वे उच्च स्तरीय अवधारणाओं और सिद्धांतों को समझाने के लिए विभिन्न शिक्षण विधियों का उपयोग करते हैं।
विज्ञान और गणित जैसे विषयों में PGT शिक्षक छात्रों को प्रयोग करने और अवधारणाओं को व्यावहारिक रूप से समझने में मदद करते हैं। वे छात्रों को उनके भविष्य के करियर के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। PGT शिक्षक अक्सर अपनी स्वयं की अध्ययन सामग्री विकसित करते हैं और छात्रों को अतिरिक्त संसाधन प्रदान करते हैं।
PGT कितने सब्जेक्ट से होता है ?
PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) परीक्षा में कुल 31 विषय शामिल हैं। इनमें से कुछ विषय हैं:
- हिंदी
- अंग्रेजी
- गणित
- विज्ञान
- सामाजिक विज्ञान
- कला
- संगीत
- खेलकूद
- कंप्यूटर
इन विषयों में से कोई भी विषय चुनकर आप PGT Exam दे सकते हैं। पीजीटी परीक्षा पास करने के लिए आपको संबंधित विषय में कम से कम 55% अंक प्राप्त करने होंगे।
कुछ राज्य सरकारें और केंद्र सरकार की एजेंसियां पीजीटी परीक्षा के लिए अलग-अलग विषयों की सूची जारी करती हैं। इसलिए, यदि आप किसी विशेष राज्य या केंद्र सरकार की एजेंसी में पीजीटी शिक्षक के रूप में नौकरी करना चाहते हैं, तो आपको उस एजेंसी द्वारा जारी की गई विषयों की सूची की जांच करनी चाहिए।
पीजीटी परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए आपको संबंधित विषय में स्नातकोत्तर डिग्री (एमए, एमएससी, एमकॉम, आदि) होना आवश्यक है।
PGT Ki Vacancy 2024 Mein Kab Tak Ayegi?
UP PGT भर्ती 2024 के लिए अभी तक आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है। वर्तमान में कोई नई भर्ती जानकारी उपलब्ध नहीं है। आप इस बारे में नवीनतम अपडेट और पुरानी भर्तियों की जानकारी उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं |
इसके अलावा, भर्ती से संबंधित अधिक जानकारी और अपडेट के लिए आप बेसिक शिक्षा विभाग के हेल्पलाइन नंबर 1800-889-3277 पर भी संपर्क कर सकते हैं | भर्ती की तिथियों की घोषणा होते ही, आधिकारिक वेबसाइट पर सभी विवरण उपलब्ध होंगे। आप समय-समय पर वेबसाइट चेक करते रहें ताकि किसी भी सूचना से वंचित न रहें।
PGT Vs TGT In Hindi
PGT और TGT के बीच अंतर जो हमने आपको तालिका के रूप में प्रदानं किये है इससे आपको दोनों के बीच अंतर को समझने में काफी आसानी होगी और आप सही से मतलब काम समय में समझ पाएंगे। PGT और TGT के बीच अंतर कुछ इस प्रकार है –
विशेषता | PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) | TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) |
---|---|---|
पद का स्तर | वरिष्ठ माध्यमिक स्तर (कक्षा 11-12) | माध्यमिक स्तर (कक्षा 6-10) |
योग्यता | संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री + B.Ed | ग्रेजुएट डिग्री + B.Ed |
विषय क्षेत्र | विशिष्ट विषय जैसे गणित, विज्ञान, हिंदी, आदि | सभी विषय या एक विशिष्ट विषय |
पाठ्यक्रम की सीमा | विस्तृत और गहन, स्नातक स्तर का ज्ञान | स्नातक स्तर का सामान्य ज्ञान |
वेतनमान | 7वें वेतन आयोग के अनुसार उच्च | 7वें वेतन आयोग के अनुसार तुलनात्मक रूप से कम |
कक्षा की जिम्मेदारी | कक्षा 11-12 के छात्रों को पढ़ाना | कक्षा 6-10 के छात्रों को पढ़ाना |
कैरियर ग्रोथ | प्राचार्य, वरिष्ठ शिक्षण पदों तक बढ़ने का अवसर | प्राचार्य, PGT, और प्रशासनिक पदों तक वृद्धि |
भर्ती परीक्षा | PGT परीक्षा (केंद्र/राज्य द्वारा आयोजित) | TGT परीक्षा (केंद्र/राज्य द्वारा आयोजित) |
भर्ती प्राधिकरण | राज्य या केंद्र सरकार के माध्यम से | राज्य या केंद्र सरकार के माध्यम से |
नौकरी स्थान | वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में | माध्यमिक स्कूलों में |
UP PGT Syllabus Pdf In Hindi
2024 के लिए यूपी पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) पाठ्यक्रम को विभिन्न विषयों में विभाजित किया गया है, जिसमें प्रत्येक विषय का अपना विस्तृत पाठ्यक्रम है। यहाँ मुख्य बिंदु दिए गए हैं जो कुछ इस प्रकार है –
इतिहास
सामान्य ज्ञान इतिहास, राजनीति, संस्कृति, खेल, भूगोल, वैज्ञानिक अनुसंधान, तथा उत्तर प्रदेश और भारत से संबंधित समसामयिक घटनाएँ।
क्वांटिटेटिव एप्टीटुड
सरलीकरण, ब्याज, समय और दूरी, प्रतिशत, लाभ और हानि, नावें और धाराएँ, औसत, तथा डेटा व्याख्या, अन्य।
हिंदी
अलंकार, रस, समास, संधि, तत्सम और तद्भव, मुहावरे और वाक्यांश, वर्तनी त्रुटियाँ, तथा वाक्य सुधार।
इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन
भाषण के अंग, काल, वर्तनी, विराम चिह्न, कथन, शब्दावली, तथा विभिन्न साहित्यिक रूप और शेक्सपियर, जॉन मिल्टन, तथा विलियम वर्ड्सवर्थ जैसे उल्लेखनीय लेखक।
विशिष्ट विषय (जैसे भूगोल) वायुमंडल, तापमान वितरण, मौसम पैटर्न, महासागरीय धाराएँ, तथा जीवमंडल संरचना।
निष्कर्ष
आशा करते है की आप Post Graduate Teacher (PGT ) से जुड़ी इस जानकारी भरी पोस्ट से संतुष्ट होंगे। अगर आपको PGT की तरह और भी विषयो पर जानकारी चाहिए तो हमे कमेंट में जरूर बताये और हमारे साथ जुड़े रहे। धन्यवाद् ||