Girls Yojana List 2025: बालिकाओं के लिए 6 लोकप्रिय योजनाओं की लिस्ट | सम्पूर्ण जानकारी

वर्तमान समय में बालिकाओं को सशक्त बनाने और उनके उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अनेक योजनाएं चला रही हैं। Girls Yojana न सिर्फ शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान देती हैं, बल्कि आर्थिक सहायता और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। “Girls Yojana List 2025” में हम आपको बताएंगे ऐसी ही 6 प्रमुख योजनाओं के बारे में जो खास तौर पर बालिकाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही हैं। इस लेख में आप पाएंगे हर योजना की मुख्य विशेषताएं, पात्रता शर्तें, लाभ, और आवेदन प्रक्रिया से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी — ताकि आप या आपके परिवार की बेटियां इनका पूरा लाभ उठा सकें।

यह लेख उन माता-पिता, शिक्षकों और जागरूक नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी है जो अपनी बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए सरकारी योजनाओं (Girls Yojana) का लाभ उठाना चाहते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन सी हैं वो 6 लोकप्रिय योजनाएं (Girls Yojana) जो साल 2025 में बालिकाओं के लिए सबसे अधिक चर्चित और लाभकारी मानी जा रही हैं।

Girls Yojana List 2025

यहां भारत और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में लड़कियों के लिए 2025 में उपलब्ध कुछ प्रमुख Girls Yojana List सारणीबद्ध रूप में दी गई है:

Girls Yojana का नामउद्देश्यलाभ/विशेषताएंपात्रता मानदंड (मुख्य)
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना (उत्तर प्रदेश)बालिकाओं को जन्म से लेकर शिक्षा तक वित्तीय सहायता प्रदान करना, लिंगानुपात में सुधार और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।– जन्म पर: ₹5,000– उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
– एक वर्ष का टीकाकरण पूरा होने पर: ₹2,000– पारिवारिक वार्षिक आय ₹3 लाख से कम होनी चाहिए।
– कक्षा 1 में प्रवेश पर: ₹3,000– एक परिवार की अधिकतम दो बेटियां ही इस योजना का लाभ ले सकती हैं।
– कक्षा 6 में प्रवेश पर: ₹3,000– किसी महिला को द्वितीय प्रसव से जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ अनुमन्य होगा।
– कक्षा 9 में प्रवेश पर: ₹5,000
– कक्षा 10वीं/12वीं उत्तीर्ण करके स्नातक-डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश पर: ₹7,000
सुकन्या समृद्धि योजना (केंद्र सरकार)बालिकाओं के माता-पिता को उनकी शिक्षा और विवाह के लिए बचत करने में सहायता करना।– उच्च ब्याज दर (वर्तमान में 8.2% प्रति वर्ष – अप्रैल-जून 2025 तिमाही)।– बालिका की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
– आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ।– माता-पिता या कानूनी अभिभावक खाता खोल सकते हैं।
– न्यूनतम ₹250 से अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष जमा कर सकते हैं।– प्रति परिवार अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता खोला जा सकता है।
– जमा की गई राशि, परिपक्वता राशि और अर्जित ब्याज पूरी तरह से कर-मुक्त हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (BBBP) (केंद्र सरकार)घटते बाल लिंगानुपात को संबोधित करना और लड़कियों की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।– जन जागरूकता अभियान और सामुदायिक लामबंदी।– पूरे भारत में लागू।
– लड़कियों के नामांकन को बढ़ावा देना, छात्रवृत्ति प्रदान करना और स्कूलों को उन्नत करना।
– बाल विवाह और चयनात्मक गर्भपात जैसी लैंगिक बाधाओं को दूर करना।
बालिका समृद्धि योजना (BSY) (केंद्र सरकार)गरीबी रेखा से नीचे (BPL) परिवारों की बालिकाओं को सहायता प्रदान करना।– जन्म पर ₹500 की सहायता।– 15 अगस्त, 1997 के बाद जन्मी बालिकाएं।
– कक्षा 10 तक वार्षिक छात्रवृत्ति (₹300 से ₹1,000)।– स्कूल में नामांकित और BPL परिवार से संबंधित।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (उत्तर प्रदेश)गरीब परिवारों की बेटियों के सामूहिक विवाह का आयोजन और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना।– सामूहिक विवाह का आयोजन।– गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार।
– शादी के लिए आर्थिक सहायता और आवश्यक सामान।– कन्या की आयु 18 वर्ष और वर की आयु 21 वर्ष होनी चाहिए।
– पारिवारिक वार्षिक आय एक निश्चित सीमा के भीतर होनी चाहिए (लगभग ₹2 लाख)।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना (यह मुख्य रूप से बिहार में है, लेकिन कुछ राज्यों में समान योजनाएं हैं, उत्तर प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ प्रमुख है)बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना। (संदर्भित जानकारी बिहार की है, उत्तर प्रदेश के संदर्भ में इसकी अलग पात्रता और लाभ हो सकते हैं।)– 12वीं पास छात्राओं को ₹25,000 तक की छात्रवृत्ति (बिहार के संदर्भ में)।– अविवाहित होना चाहिए (बिहार के संदर्भ में)।
– स्नातक पूरा करने पर ₹50,000 तक की छात्रवृत्ति (बिहार के संदर्भ में)।– परिवार का कोई सदस्य सरकारी सेवा में या आयकरदाता न हो (बिहार के संदर्भ में)।

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लड़कियों के लिए 50,000 रुपये की सरकारी योजना क्या है?

1. मुक्‍य्यामंत्री राजश्री योजना (Mukhyamantri Rajshri Yojana) – राजस्थान

  • यह योजना राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जाती है।
  • एक लड़की जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक के दौरान कुल ₹50,000 तक की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
  • सहायता विभिन्न चरणों में दी जाती है – जन्म पर, immunization, स्कूल प्रवेश (Class VI), Class XI प्रवेश, और ग्रेजुएशन के समय

2. मुख्यमंत्री गर्ल चाइल्ड प्रोटेक्शन स्कीम – तमिल नाडु

  • यदि परिवार में सिर्फ एक बेटी है, तो उसकी नाम पर ₹50,000 के एफडी (Fixed Deposit) की जाती है; दो बेटियों वाले परिवारों में प्रत्येक बेटी के नाम ₹25,000 डिपोज़िट किया जाता है।
  • छह वर्ष पूरे होने के बाद, हर साल ₹1,800 सालाना प्रोत्साहन मिलता है।
  • लड़की के 18 वर्ष की आयु पहुँचने तथा 10वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने पर एफडी की राशि और ब्याज मिलते हैं।
  • जन्म तिथि की पात्रता: बेटी को 1 अगस्त 2011 या उसके बाद जन्मना जरूरी है

बालिकाओं के लिए 6 लोकप्रिय योजनाओं 2025 की लिस्ट/ Girls Yojana List 2025

“बालिकाओं के लिए 6 लोकप्रिय सरकारी योजनाओं की लिस्ट – 2025”, जिनका उद्देश्य बेटियों को सशक्त बनाना, शिक्षा देना और आत्मनिर्भर बनाना है। ये योजनाएं केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जाती हैं और हर वर्ग के परिवार के लिए लाभकारी हैं।

1. सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)

  • उद्देश्य: बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए बचत
  • लाभ: 7.6% तक ब्याज दर (2025), टैक्स फ्री रिटर्न
  • योग्यता: बेटी की उम्र 10 वर्ष से कम हो
  • राशि: ₹250 से ₹1.5 लाख सालाना निवेश

2. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना (Beti Bachao Beti Padhao Yojana)

  • उद्देश्य: कन्या भ्रूण हत्या रोकना, बेटियों को शिक्षा देना
  • लाभ: सामुदायिक जागरूकता, शिक्षा प्रोत्साहन
  • लाभार्थी: सभी राज्यों की बेटियाँ (विशेष रूप से कम लिंगानुपात वाले जिले)

3. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना (उत्तर प्रदेश)

  • उद्देश्य: बेटियों के जन्म से लेकर पढ़ाई तक आर्थिक सहयोग
  • लाभ: ₹15,000 तक की सहायता 6 चरणों में
  • पात्रता: उत्तर प्रदेश निवासी परिवार जिनकी वार्षिक आय ₹3 लाख से कम हो
  • वेबसाइट: mksy.up.gov.in

4. मुख्यमंत्री राजश्री योजना (राजस्थान)

  • उद्देश्य: बेटी को जन्म से उच्च शिक्षा तक आर्थिक सहायता
  • लाभ: कुल ₹50,000 तक
  • पात्रता: राजस्थान में जन्मी बेटियाँ, BPL/समाजिक कल्याण श्रेणी से
  • किस्त: जन्म, टीकाकरण, स्कूल प्रवेश आदि के समय

5. लाडली लक्ष्मी योजना (मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़ / हरियाणा)

  • उद्देश्य: बेटियों की शिक्षा और विवाह में आर्थिक सहायता
  • लाभ: ₹1.18 लाख तक की राशि किश्तों में
  • शर्तें: केवल राज्य निवासी बेटियाँ जिनके माता-पिता आयकर दाता न हों

6. CBSE उदय योजना (CBSE UDAAN Scheme)

  • उद्देश्य: विज्ञान/गणित पढ़ने वाली मेधावी छात्राओं को JEE की तैयारी
  • लाभ: फ्री कोचिंग, ऑनलाइन सामग्री, सपोर्ट
  • पात्रता: 11वीं–12वीं कक्षा की सरकारी स्कूल की छात्राएं

निष्कर्ष

देश में बेटियों को सशक्त बनाने और उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही Girls Yojana एक सकारात्मक पहल हैं। सुकन्या समृद्धि योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना, राजश्री योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, और CBSE उदय योजना जैसी योजनाएं न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं, बल्कि समाज में बेटियों की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में अहम भूमिका निभाती हैं।

अगर सही जानकारी के साथ समय रहते इन योजनाओं का लाभ लिया जाए, तो यह बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के मार्ग को आसान बना सकती हैं। अभिभावकों, शिक्षकों और समाज के हर जागरूक नागरिक का यह कर्तव्य बनता है कि वे इन योजनाओं की जानकारी न केवल खुद लें, बल्कि दूसरों तक भी पहुँचाएँ।

आशा है कि यह लेख आपको बालिकाओं के लिए उपलब्ध प्रमुख योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी देने में सहायक रहा होगा। अब वक्त है इन योजनाओं का सही उपयोग करने का, ताकि हर बेटी बने अपने सपनों की रचयिता

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